BNP POLICE STATION INSPECTOR MUKESH IJARDAR QUASHING E FIR WITHOUT COURT ORDERS. DOING CRIMINAL CONTEMPT OF COURT. NOT DOING INVESTIGATION AND SUBMITTING REPORT TO COURT POLICE HAS TO SUBMIT FIR COPY WITHIN 24 HRS AT COURT AS PER SC ORDER ONLY COURTS CAN CLOSE FIR BY DUE PROCESS OF LAW. Dewas: BNP थाना प्रभारी E FIR अपनी मर्जी से टेक्निकल कारण बता कर अस्वीकार कर रहे है। एफआईआर ONLINE या ऑफलाइन हो इसको रद्द करने का POWER HIGH COURT के पास CRPC ४८२ में है। जिला जज भी इसको QUASH नही कर सकते। थाना प्रभारी मुकेश इजारदार कुर्सी मे बैठ कर FIR QUASHING कर रहे है क्योंकि एफआईआर अंग्रजी में लिखी थी। तकनीक कारण बता कर E FIR बंद कर दी। E FIR की रिपोर्ट सीआरपीसी १७३ मैं कोर्ट मे देना अनिवार्य है पर वो कोर्ट से भी ऊपर है। बिना jurisdiction थाने मे कोर्ट का काम हो रहा है। जब उनके शुभ चिंतको के खिलाफ एफआइआर आती है तो पैसा लेकर जज बन जाते है और QUASH कर देते है। इनको नौकरी की चिंता नहीं है। अन्य जिलों की पुलिस E FIR में जांच कर रिपोर्ट कोर्ट में पेश कर रही है पर देवास पुलिस जज बन गई है...