AT BIHAR DIVORCED WOMEN GIVEN NEWLY BORN 3rd CHILD TO DOCTOR COUPLE, LATER REGISTERED FIR AGAINST COUPLE. 3RD BAIL APPLICATION REJECTED BY COURT . COUPLE IN JAIL SINCE 45 DAYS. ADVOCATE INSISTED CLIENT TO WITHDRAW CASE BUT IT BACK FIRED TO ADVOCATE AND FIR REGISTERED....
कुंजपुरा। नवजात शिशु को गोद लेन के मामले में अब बच्चे को जन्म देने वाली मां ज्योति ने एक वकील पर इस केस को वापस लेने का दबाव बनाने का आरोप लगाया है। वहीं मामले में गिरफ्तार आरोपी दंपती की जमानत अर्जी को तीसरी बार न्यायालय ने खारिज कर दिया है। दंपती डेढ़ माह से जेल में है। वहीं नवजात शिशु को सीडब्ल्यूसी न्यायिक पीठ करनाल ने उपचार के लिए पंचकूला सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया है। जहां बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार बताया जा रहा है। सीडब्ल्यूसी न्यायिक पीठ करनाल के चेयरमैन उमेश चानना ने बताया कि बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।
कुंजपुरा थाना क्षेत्र के कलवेहड़ी गांव निवासी ज्योति (मूल निवासी छपरा, बिहार) का पति से तलाक हुआ तो पहले से दो बच्चों की मां ज्योति गर्भवती थी। पति से अलग होने के बाद ज्योति कुंजपुरा में रहती रही। यहीं पर स्वीटी नामक एक युवती उसकी सहेली बन गई। स्वीटी का उपचार मेरठ (यूपी) स्थित एक क्लीनिक से चल रहा था। ज्योति का स्वास्थ्य खराब हुआ तो अपनी सहेली के साथ वह भी मेरठ के क्लीनिक से दवाई ले आई। जिससे वहां के चिकित्सक दंपती के साथ अच्छा परिचय हो गया। ज्योति ने 14 सितंबर 2020 को कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में एक बेटे को जन्म दिया तो ज्योति के मजबूरी से परिचित मेरठ का चिकित्सक दंपती उससे मिलने करनाल पहुंचा। फिर उसके नवजात बच्चे को अपने साथ ले गया। इस मामले में नया मोड़ तब आया, जब ज्योति ने चिकित्सक दंपती पर नवजात को झूठ बोलकर ले जाने, फिर वापस नहीं करने का आरोप लगाया।
कुछ कोरे कागजों पर हस्ताक्षर कराकर जबरन गोद लेने की बात कहने का भी आरोप लगाया। दूसरी ओर चिकित्सक दंपती ने कहा कि उसने शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करा बच्चा गोद लिया था। लेकिन गोद लेने की यह वैधानिक प्रक्रिया नहीं है, इसलिए एसपी गंगाराम पूनिया ने ज्योति की शिकायत पर कुंजपुरा थाने में चिकित्सक दंपती के खिलाफ केस दर्ज करा दिया था। चिकित्सक दंपती विशाल व नेहा को गिरफ्तार कर 9 माह के बच्चे को बरामद कर लिया गया।
बच्चे को सीडब्ल्यूसी न्यायिक पीठ करनाल को सौंप दिया था। न्यायिक पीठ ने उसे फूसगढ़ बाल आश्रम में भेज दिया। यहां बच्चे का स्वास्थ्य खराब होने के कारण आश्रम के संचालक पीआर नाथ ने सीडब्ल्यूसी करनाल के आदेश पर उसे सीडब्ल्यूसी पंचकूला के सुपुर्द कर दिया। जहां उसका उपचार चल रहा है। अब ज्योति ने वकील पर केस को वापस लेने का दबाव डालने की शिकायत दी है। कुंजपुरा थाना पुलिस ने आरोपी वकील के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
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